सदस्य

 

बुधवार, 30 सितंबर 2009

दुनिया के नंबर एक मुक्केबाज बने विजेंदर


ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय मुक्केबाज विजेंदर कुमार ने मुक्केबाजी के इतिहास में भारत के लिए एक और उपलब्धि हासिल की है। मिडिलवेट [75 किग्रा भार वर्ग] में विजेंदर अब दुनिया के नंबर एक मुक्केबाज बन गए हैं।
विजेंदर ने इस महीने के शुरू में मिलान में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर भारत को इस टूर्नामेंट का पहला पदक दिलाया था। उनके कुल 2700 अंक हैं और वह उज्बेकिस्तान के मौजूदा चैंपियन एब्बोस अतोव को पीछे छोड़कर शीर्ष पर पहुंच गए हैं। विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में भिवानी का यह मुक्केबाज अतोव से हार गया था। अतोव रैंकिंग सूची में 2100 अंक से तीसरे और ओलंपिक रजत पदकधारी क्यूबा के एमिलियो कोरिया बाएक्स [2500] मिलान चैंपियनशिप के बाद अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ [एआईबीए] की सूची में दूसरे स्थान पर हैं।
बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर भारत का ओलंपिक मिथक तोड़ने वाले विजेंदर ने कहा, 'मैं निश्चित रूप से विश्व में ऊंची रैंकिंग हासिल कर काफी खुश हूं। यह शानदार अनुभूति है, जिससे मुझे भविष्य के टूर्नामेंटों में बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी।'
अन्य भारतीयों में पूर्व विश्व युवा चैंपियन थाकचोम ननाओ सिंह लाइट फ्लाईवेट [48 किग्रा] वर्ग में तीन पायदान खिसककर 1400 अंक से आठवें स्थान पर पहुंच गए। चीन में इस वर्ष हुई एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले ननाओ विश्व चैंपियनशिप के दूसरे राउंड में हार गए थे। ओलंपियन अखिल कुमार फेदरवेट [57 किग्रा] वर्ग में एक पायदान खिसककर 1050 अंक से 10वें स्थान पर हैं। कलाई की चोट के कारण वह विश्व चैंपियनशिप के पहले दौर में बाहर हो गए थे। वहीं साथी ओलंपियन जितेंदर कुमार [54 किग्रा] भी मिलान में पहले राउंड में हार गए थे, जिससे वह खिसककर 838 अंक से 14वें नंबर पर हैं। सुरंजय सिंह फ्लाई वेट [51 किग्रा] वर्ग में 17वें जबकि विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में दिनेश कुमार लाइटवेट [81 किग्रा] वर्ग में 1550 अंक से छठे स्थान पर हैं।

मैनपुरी के सभी खेल प्रेमियों की ओर से  विजेंदर को बहुत बहुत बधाईयां और शुभकामनाएं |

3 टिप्‍पणियां:

आपकी टिप्पणियों की मुझे प्रतीक्षा रहती है,आप अपना अमूल्य समय मेरे लिए निकालते हैं। इसके लिए कृतज्ञता एवं धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ।

ब्लॉग आर्काइव

Twitter