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गुरुवार, 26 जनवरी 2012

एक अमर जवान को हमारा सलाम ... जय हिंद ... जय हिंद की सेना !!


जम्मू एवं कश्मीर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए सेना के युवा कमांडो लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह को गणतंत्र दिवस पर गुरुवार को शांतिकाल के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
नवदीप के पिता सुबेदार मेजर जोगिंदर सिंह ने यहां राष्ट्रपति के हाथों यह सम्मान प्राप्त किया। इस मौके पर नवदीप की मां दर्शक दीर्घा में अपने आंसू नहीं रोक सकीं। नवदीप को पाकिस्तान के साथ लगती नियंत्रण रेखा पर पिछले साल तैनात किया गया था। 20 अगस्त को आतंकियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले पर जवाबी कार्रवाई में उन्होंने चार आतंकियों को मार गिराया था।
इस क्रम में वह अपने सहयोगी जवान को बचाने में भी कामयाब रहे। उसे सुरक्षित बाहर निकालने के बाद वह तब तक गोली चलाते रहे, जब तक कि खुद अचेत नहीं हो गए।
महज पांच माह की अपनी सैन्य सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले ले. नवदीप सिंह ने 20 अगस्त, 2011 को जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर गुरेज सेक्टर में हुई मुठभेड़ के दौरान कमांडो अभियान की अगुवाई करते हुए 12 आतंकियों के सफाए में कामयाबी दिलाई। अपने परिवार में तीसरी पीढ़ी के इस युवा सैन्य अधिकारी ने अपने साथी के ओर चली हुयी गोली भी अपने सीने पर झेली।  

आज जब पूरा देश  63वें गणतंत्र दिवस समारोह के जोश में झूम रहा है हम नहीं भूलना चाहिए उन जांबाजो को जो देश की सीमा पर अपनी जान की बाज़ी लगा देते है ताकि हम और आप अपने अपने घरो में चैन की नींद ले सकें ! 


सभी मैनपुरी वासियों की ओर से लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह को शत शत नमन !!


जय हिंद  ... जय हिंद की सेना  !!!

9 टिप्‍पणियां:

  1. शहीदों के नाम, उनकी तस्वीर तथा उनकी वीरता का जिक्र संसद-भवन की दीवारों पर होना चाहिए! कुछ तो असर पड़े हमारे माननीयों पर!! कोई शक? कोई सवाल??
    शहीद को सैल्यूट!

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  2. शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले
    वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशाँ होगा...

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  3. मैं सांस सांस इस शहादत को सम्मान देती हूँ ...

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