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सोमवार, 28 सितंबर 2015

शहीद ऐ आज़म सरदार भगत सिंह जी की १०८ वीं जयंती


"अहिंसा को आत्म-बल के सिद्धांत का समर्थन प्राप्त है जिसमे अंतत: प्रतिद्वंदी पर जीत की आशा में कष्ट सहा जाता है . लेकिन तब क्या हो जब ये प्रयास अपना लक्ष्य प्राप्त करने में असफल हो जाएं ? तभी हमें आत्म -बल को शारीरिक बल से जोड़ने की ज़रुरत पड़ती है ताकि हम अत्याचारी और क्रूर दुश्मन के रहमोकरम पर ना निर्भर करें ."

- शहीद ऐ आज़म सरदार भगत सिंह जी



शहीद ऐ आज़म सरदार भगत सिंह जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन ।

इंक़लाब जिंदाबाद ।।

2 टिप्‍पणियां:

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